खानापुरी जमीन से जुड़ा विषय है , जिसमे जमीन से जुड़े कार्यों का संपादन होता है । जमीन का मापन , जमीन का क्षेत्रफल जमीन का बंटवारा , और कागज पर लिखी हुई जमीन या जमीन का प्रमाणता । इन सभी कार्यों का संपादन खानापुरी में ही होता है । और खानापूरी का काम करने का तरीका होता है ।
प्रशन - खानापुरी करते समय किन-किन बातों का ध्यान देना चाहिए ?
उत्तर - खानापुरी करते समय निम्नलिखित बातो का ध्यान देना चाहिए ।
(1) - खानापुरी करते समय नंबर की शिरा उत्तर दिशा में होना चाहिए अगर नंबर के लिए जगह नही हो तो उसे पश्चिम दिशा में लिखा जा सकता है
(2) - नंबर देते समय ध्यान रखे कि कोई नंबर नही छुटे
(3) - नंबर भुजा के तरफ से देना चाहिए कोन की तरफ से नही
(4) - अगर कोई प्लाट इतना छोटा हो कि उसमे उसका खेसरा नंबर नही अट सके तो उसमें बिंदु का चिन्ह दे कर दूसरे प्लाट में उस प्लाट का वहाँ नंबर देकर (.) का इसमें भी देना चाहिए
(5) - छुटे हुए प्लाट का नंबर नक्सा के नीचे बट्टा करके नंबर दे दिया जाता है
(6) - जो प्लाट दो हिस्सा में बट गया हो तो सीट में बड़ा टुकड़ा होगा । बट्टा नंबर उसी में दे दिया जाता है ।
(7) - रेलवे लाइन , सड़क , नदी , रास्ता , नाला , जंगल तथा बड़ा प्लाट पड़ने पर अगर नंबर कुदान पर पड़ता हो तो वह नंबर कुदान नही माना जायेगा
(8) - किसी खेसरा का क्षेत्रफल का खानापुरी करते समय तीन अमीन मिलकर निकालते है तो तीनों अमीनो का निकाला गया रकवा जोड़कर तीन से भाग देकर औसत क्षेत्रफल निकाला जाता है और इस खतियान में क्षेत्रफल दर्ज कर दिया जाता है
(9) - अमीन खानापुरी करते समय अपने पास पूर्व सर्वे का नक्सा रखे रहते है इसमें किसी व्यक्ति का हिस्सेदारी का पता नही चले तो वंशावली बनवाता है
(10) - खानापुरी करते समय सिकमी रैयत वाले खतियान के खाता नंबर 1 में सभी व्यक्ति का नाम लिखकर सिकमी जमीन जोतने वाले किसान का नाम लिखा जाता है
youtube - www.youtube.com/dhirajisagreatthought
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Khanapuri kise kahte hai ? खानापुरी किसे कहते है ? |
प्रशन - खानापुरी करते समय किन-किन बातों का ध्यान देना चाहिए ?
उत्तर - खानापुरी करते समय निम्नलिखित बातो का ध्यान देना चाहिए ।
(1) - खानापुरी करते समय नंबर की शिरा उत्तर दिशा में होना चाहिए अगर नंबर के लिए जगह नही हो तो उसे पश्चिम दिशा में लिखा जा सकता है
(2) - नंबर देते समय ध्यान रखे कि कोई नंबर नही छुटे
(3) - नंबर भुजा के तरफ से देना चाहिए कोन की तरफ से नही
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खानापुरी किसे कहते है ? Khanapuri kise kahte hai ? |
(4) - अगर कोई प्लाट इतना छोटा हो कि उसमे उसका खेसरा नंबर नही अट सके तो उसमें बिंदु का चिन्ह दे कर दूसरे प्लाट में उस प्लाट का वहाँ नंबर देकर (.) का इसमें भी देना चाहिए
(5) - छुटे हुए प्लाट का नंबर नक्सा के नीचे बट्टा करके नंबर दे दिया जाता है
(6) - जो प्लाट दो हिस्सा में बट गया हो तो सीट में बड़ा टुकड़ा होगा । बट्टा नंबर उसी में दे दिया जाता है ।
(7) - रेलवे लाइन , सड़क , नदी , रास्ता , नाला , जंगल तथा बड़ा प्लाट पड़ने पर अगर नंबर कुदान पर पड़ता हो तो वह नंबर कुदान नही माना जायेगा
(8) - किसी खेसरा का क्षेत्रफल का खानापुरी करते समय तीन अमीन मिलकर निकालते है तो तीनों अमीनो का निकाला गया रकवा जोड़कर तीन से भाग देकर औसत क्षेत्रफल निकाला जाता है और इस खतियान में क्षेत्रफल दर्ज कर दिया जाता है
(9) - अमीन खानापुरी करते समय अपने पास पूर्व सर्वे का नक्सा रखे रहते है इसमें किसी व्यक्ति का हिस्सेदारी का पता नही चले तो वंशावली बनवाता है
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खानापुरी किसे कहते है ? Khanapuri kise kahte hai ? |
(10) - खानापुरी करते समय सिकमी रैयत वाले खतियान के खाता नंबर 1 में सभी व्यक्ति का नाम लिखकर सिकमी जमीन जोतने वाले किसान का नाम लिखा जाता है
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खानापुरी किसे कहते है ? Khanapuri kise kahte hai |
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