अर्जुन को नपुंसकता का श्राप किसने दिया? अर्जुन को नपुंसकता का श्राप देने का क्या कारण है? Arjun ko napunsakta ka shrap kisne diya? Arjun napunsakta ka shrap dene ka kya karan hai?
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अर्जुन को नपुंसकता का श्राप किसने दिया? अर्जुन को नपुंसकता का श्राप देने का क्या कारण है? |
अर्जुन ने हिमलाय पर्वत पर भगवान शंकर की तपस्या करके पाशुपत अस्त्र प्राप्त किये। भगवान शंकर ने अर्जुन से कहा तुम्हे इंद्रा देव बुला रहे है। उसी समय इंद्र का सारथी मालती रथ लेकर अर्जुन के पास आ पहुँचा। अर्जुन उसी रथ पर सवार होकर इंद्र सभा में पहुंच। इंद्र को प्रणाम किया इंद्र ने आशीर्वाद देकर अपने बगल में बिठाया। अर्जुन बहुत दिन तक इंद्रलोक में रहकर चित्र सेन नामके गंधर्व से संगीत एवं नृत्य कला भी सिख ली।
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अर्जुन को नपुंसकता का श्राप किसने दिया? अर्जुन को नपुंसकता का श्राप देने का क्या कारण है? |
एक दिन अर्जुन उर्वशी नामक अप्सरा को देख उसी को एक टक देखते रहे। यह देख इंद्र ने उर्वशी से कहा तुम अर्जुन से विवाह कर लो। उर्वशी सोलह सिंगार किए अर्जुन के पास आई और काम वासना को शांत करने को कहा। अर्जुन ने इंकार कर दिया। इस पर उर्वशी में अर्जुन को श्राप दिया कि तुम एक वर्ष तक नपुंसक रहोगे। बाद में इंद्र ने बहुत से अस्त्र और शस्त्र एवं विद्या अर्जुन को सिखा दिया।
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अर्जुन को नपुंसकता का श्राप किसने दिया? अर्जुन को नपुंसकता का श्राप देने का क्या कारण है? |