कर्ण को अंग देश का राजा किसने बनाया? Karn ko ang desh ka raja kisne banaya?
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Karna ko ang desh ka raja kisne banaya |
एक बार द्रोणाचार्य ने अपने शिष्य कुरु राजकुमारों की विद्या की परीक्षा लिए, जिसमे सभी प्रजा लोग उपस्थित थे। उसमे सूर्यपुत्र कर्ण भी मौजूद था, सभी अपना करतब दिखा रहे थे।
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Karna ko ang desh ka raja kisne banaya |
अर्जुन ने भी करतब दिखाया और अर्जुन ने कहा पूरी दुनिया में मुझसे ज्यादा तेज धनुधर कोई नही है, इस पर कर्ण ने आवाज दी तुम पूरी दुनिया को मत ललकारो में तुम्हे मात दे सकता हूँ।
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Karna ko ang desh ka raja kisne banaya |
कृपाचार्य ने उठकर कर्ण से कहा - है अज्ञात वीर तुम अर्जुन से युद्ध करने से पहले अपना परिचय दो। तुम कहां के राजकुमार हो किसके पुत्र हो?
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Karna ko ang desh ka raja kisne banaya |
कर्ण अपना परिचय ना देते हुए बहुत शर्मिंदा हुआ, फिर पता चला कि कर्ण अधिरथ नामक सारथी का पुत्र है। तब कृपाचार्य ने कहा, राजवंश के राजपूतों से कोई राजा या राजकुमार ही बराबरी का युध्द कर सकता है। तुम कहां के राजा हो।
भीम ने व्यंग करते हुए कहा - अरे ओ सारथी पुत्र। कर्ण जाओ जाओ चाबुक उठाकर रथ चलाओ।
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Karna ko ang desh ka raja kisne banaya |
दुर्योधन ने इस सब बातों को सुनकर क्रोध में उठकर बोला - मैं अभी इसी समय कर्ण को अंग देश का राजा बनाता हूं । फिर उसी सभा में कर्ण को दुर्योधन ने राज्य अभिषेक कर दिया। सूर्यास्त तक जय-विजय किसी की ना हुई तब युद्ध बंद करा दिया गया।
इस तरह से दुर्योधन ने कर्ण को अंग देश का राजा बनाया।