महाभारत में बकासुर का वध किसने किया? बकासुर का वध कैसे हुआ? Mahabharat mein bakasur ka vadh kisne kiya? Bakasur ka vadh kaise hua?
महाभारत कथा में भीम का विवाह हिडिम्बा से होने के बाद सभी लोग एक साथ आगे चलने लगे। रास्ते में वेदव्यास जी मिले। वेदव्यास जी ने सभी का चक्का गाँव में जाने को कहा।
पांडव गन साधारण वेशभूषा में ही एक चक्का गांव में आ एक ब्राहमण के यहां ठहरे। भिक्षा मांग कर जीवन यापन करने लगे। एक दिन भीम कुंती को छोड़ सभी भिक्षा के लिए गए हुए थे। तभी उस घर की बुढ़िया ब्राह्मणी रोने लगी। उसे रोते देख कुंती ने रोने का कारण पूछा। बुढ़िया बोली नगर के बाहर वकासुर नामक राक्षस का निवास है। उसके भोजन के लिए गांव से प्रतिदिन एक आदमी जाता है। आज मेरे पुत्र के जाने की बाड़ी है। कुंती ने कहा बहन आजतक तुमने मुझे बड़े आराम से रखा है इसलिए मैं तुम्हारे पुत्र की जगह अपने पुत्र को भेज देती हूँ। इतना कहकर उन्होंने भीम को राक्षस के पास जाने की आज्ञा दी। भीम अकड़ता हुआ राक्षस के पास पहुंचा। राक्षस क्रोध से भीम पर टूट पड़ा। भीम उसे उठाकर हवा में नचाकर कर पृथ्वी पर बड़े जोर से पटका। उसके प्राण निकल गए। भीम उस राक्षस को लाकर नगर के द्वार पर टांग दिए।
इस तरह से महाभारत में बकासुर का वध भीम के द्वारा हुआ था।