पांचाल नरेश द्रुपद से द्रोणाचार्य ने क्या कहा युद्ध के बाद? Panchal naresh drupad se dronachary ne kya kaha yudh ke baad?
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पांचाल नरेश द्रुपद से द्रोणाचार्य ने क्या कहा युद्ध के बाद? Panchal naresh drupad se dronachary ne kya kaha yudh ke baad? |
द्रुपद को पराजय करने के बाद द्रोणाचार्य बोले - द्रुपद! तुम्हे हमारे प्रति कहे गए कटु व अपमान जनक बातें याद है न? मेरे शिष्यों ने तुम्हारा राज्य जीतकर मुझे गुरु दक्षिणा में दी है। अब तुम्हारा कोई राज्य नही है और न तुम राजा हो। लेकिन मैं तुम्हारी तरह नीचता नही करूँगा। मैं अपना आधा राज्य तुम्हे दान में दे रहा हूँ। ताकि तुम भी राजा रहो और हम भी तुम्हारे बराबर राजा रहे। मैं तुमसे मित्रवत व्यवहार ही रखूंगा। इतना कह द्रोणाचार्य ने द्रुपद को अभयदान देकर विदा किया।
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पांचाल नरेश द्रुपद से द्रोणाचार्य ने क्या कहा युद्ध के बाद? Panchal naresh drupad se dronachary ne kya kaha yudh ke baad? |
द्रुपद अपनी राजधानी आकर भी द्रोणाचार्य से प्रतिशोध लेने के लिए षड्यंत्र सोचने लगे। बाद में एक पुत्र धृष्ठधुमं तथा एक पुत्री द्रौपदी हुई।